शुक्र यंत्र :
शुक्र यंत्र शुक्र ग्रह का यंत्र है| शुक्र को शुभ ग्रह भी कहते है | ग्रह मंडल में शुक्र को मंत्री पद प्राप्त है| यह वृष और तुला राशियों का स्वामी है | यह मीन राशि में उच्च का तथा कन्या राशि में नीच का माना जाता है |
तुला 20 अंश तक इसकी मूल त्रिकोण राशि भी है | शुक्र अपने स्थान से सातवें स्थान को पूर्ण दृष्टि से देखता है और इसकी दृष्टि को शुभकारक कहा गया है | जनम कुंडली में शुक्र सप्तम भाव का कारक होता है | ग्रहों में शुक्र को विवाह व वाहन का कारक ग्रह कहा गया है। इसलिये वाहन दुर्घटना से बचने के लिये भी ये उपाय किये जा सकते है।
शुक्र के उपाय करने से वैवाहिक सुख की प्राप्ति की संभावनाएं बनती है। वाहन से जुडे मामलों में भी यह उपाय लाभकारी रहते है। शुक्र के अन्य उपायों में शुक्र यन्त्र का निर्माण करा कर उसे पूजा घर में रखने पर लाभ प्राप्त होता है।
नियम एवं शर्तें -
1- यंत्र मेटल का बना हुआ है.
2- यंत्र की साइज़ 3 इंच x 3 इंच है.
3- डिलीवरी शुल्क सम्मिलित है.
4- डिलीवरी 5-7 कार्य दिवसों में होगी.