5 मुखी रुद्राक्ष माला :
शिवपुराण में कहा गया है-
यथा च दृश्यते लोके रुद्राक्ष: फलद: शुभ:।
न तथा दृश्यन्ते अन्या च मालिका परमेश्वरि।।
अर्थात : विश्व में रुद्राक्ष की माला की तरह दूसरी कोई माला फल देने वाली और शुभ नहीं है।
श्रीमद् देवी भागवत में लिखा है-
रुद्राक्ष धारणच्च श्रेष्ठ न किचदपि विद्यते।
अर्थात : विश्व में रुद्राक्ष धारण से बढ़कर कोई दूसरी चीज नहीं है। रुद्राक्ष की माला श्रद्धा से पहनने वाले इंसान की आध्यात्मिक तरक्की होती है।
रुद्राक्ष :
धारण विधि :शुक्ल पक्ष के किसी भी सोमवार को किसी मंदिर में या घर पर शिवलिंग के समक्ष सर्वप्रथम रुद्राक्ष माला को गोमूत्र, दही, शहद, कच्चे दूध और गंगाजल से स्नान करके शुद्ध करिए। तत्पश्चात "ॐ नमः शिवाय" की एक माला जाप कीजिए। फिर रुद्राक्ष माला को शिवलिंग का स्पर्श कराकर आपकी जो भी मनोकामना है वो बोलकर रुद्राक्ष माला धारण करें।
नियम एवं शर्तें -
1- Original Rudraksh Mala.
2- माला के दाने काले रंग के है एवं माला 108 दाने की होगी.
3- माला की साइज़ 22 से 24 इंच है.
4- डिलीवरी शुल्क सम्मिलित है. .
5- डिलीवरी 5-7 कार्य दिवसों में होगी.